ऐसे निवेशकों की भी एक बड़ी संख्या हैं जो डिविडेंड की रकम बहुत कम होने के चलते इसके लिए दावा भी नहीं करने आते.
SBI के जिन शेयरहोल्डर्स के डिविडेंड की रकम बैंक के पास पिछले 7 साल से बकाया है, वे इसके लिए जल्द से जल्द अपने दावे बैंक के पास भेज दें.